शिक्षा सेवा
गरीब एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति, शैक्षणिक सामग्री, और मार्गदर्शन प्रदान कर उन्हें समाज का सशक्त नागरिक बनाना ही इस योजना का उद्देश्य है।
शिक्षा एक ऐसा शस्त्र है जो न केवल व्यक्तिगत जीवन को संवारता है बल्कि संपूर्ण समाज की दिशा और दशा बदल सकता है। आज के प्रतिस्पर्धी युग में शिक्षा का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। फिर भी हमारे समाज में आज भी अनेक बच्चे ऐसे हैं जो अपनी प्रतिभा और लगन के बावजूद आर्थिक अभावों के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। यही बच्चे यदि सही मार्गदर्शन, संसाधन और अवसर प्राप्त करें तो वे न केवल अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं बल्कि देश के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
हमारी "शिक्षा सेवा" योजना का उद्देश्य ऐसे ही गरीब, जरूरतमंद एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को शैक्षणिक सहायता, छात्रवृत्ति, अध्ययन सामग्री और मानसिक प्रेरणा प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि किसी भी बच्चे की प्रतिभा केवल इस कारण से न रुके कि उसके पास संसाधनों का अभाव है।
छात्रवृत्ति योजना
इस योजना के अंतर्गत हम आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आने वाले मेधावी विद्यार्थियों को वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान करते हैं। चयन प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष रखी जाती है। विद्यालयों व शिक्षकों की अनुशंसा के आधार पर उन बच्चों का चयन किया जाता है जो पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहे हैं। छात्रवृत्ति की राशि उनके शुल्क, पुस्तकें, वर्दी, और परीक्षा शुल्क जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करती है।
अध्ययन सामग्री व शैक्षणिक सहायता
कई बार बच्चे स्कूल तो पहुंच जाते हैं लेकिन किताबें, बैग, यूनिफॉर्म, जूते, स्टेशनरी जैसी मूलभूत सामग्री की कमी उनके आत्मविश्वास को तोड़ देती है। हमारी योजना ऐसे बच्चों को यह सभी आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराती है। इसके अलावा, हम उन्हें कोचिंग कक्षाएं, करियर मार्गदर्शन, और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेष प्रशिक्षण भी देते हैं। उद्देश्य यह है कि वे न केवल पढ़ाई में सफल हों बल्कि आत्मनिर्भर बनकर अपने परिवार का सहारा भी बनें।
धर्मशिक्षा एवं नैतिक शिक्षा का प्रचार
आज की भौतिकतावादी दुनिया में केवल ज्ञान ही पर्याप्त नहीं है, नैतिक मूल्यों और चरित्र निर्माण की भी उतनी ही आवश्यकता है। इसी कारण हमारी योजना में बच्चों को धर्मशिक्षा और नैतिक शिक्षा भी दी जाती है। इसमें उन्हें ईमानदारी, करुणा, अनुशासन, सेवा भाव, और राष्ट्रप्रेम जैसे जीवन मूल्यों का महत्व समझाया जाता है। ये मूल्य बच्चों को न केवल अच्छे विद्यार्थी बल्कि अच्छे नागरिक भी बनाते हैं।
पारदर्शिता और जनसहयोग
हमारी शिक्षा सेवा योजना पूरी तरह पारदर्शिता के साथ चलायी जाती है। सभी दानदाताओं को नियमित रूप से यह जानकारी दी जाती है कि उनका दान किन बच्चों की सहायता में उपयोग हुआ। हम मानते हैं कि समाज में बदलाव केवल कुछ लोगों के प्रयास से नहीं बल्कि पूरे समाज के सहयोग से ही संभव है। इसीलिए हम प्रत्येक व्यक्ति से अनुरोध करते हैं कि वे अपनी सामर्थ्य के अनुसार इस योजना में योगदान दें और किसी बच्चे का भविष्य रोशन करें।
आपका योगदान — किसी का भविष्य बदल सकता है
आपका छोटा सा योगदान किसी बच्चे की पढ़ाई का साधन बन सकता है। आपकी दी हुई एक किताब, एक बैग या एक छात्रवृत्ति किसी प्रतिभाशाली बच्चे के जीवन की दिशा बदल सकती है। एक पढ़ा-लिखा बच्चा न केवल स्वयं को गरीबी से निकाल सकता है, बल्कि अपने पूरे परिवार और आने वाली पीढ़ियों के जीवन को भी सुधार सकता है।
हम सब मिलकर एक ऐसी समाज रचना कर सकते हैं जहाँ हर बच्चा शिक्षित, संस्कारी और आत्मनिर्भर हो सके। यही इस योजना का सबसे बड़ा लक्ष्य है — हर बच्चे तक शिक्षा और संस्कार पहुँचना।
लक्ष्य
₹2500000.00
उठाया
₹10000.00
दाताओं
10